रुड़की

पूर्व मेयर गौरव गोयल ने जारी ब्यान में कहा कि विधायक प्रदीप बत्रा ने नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ल के खिलाफ विधानसभा में मनगढ़ंत आरोप लगाकर स्वयं के भ्रष्टाचारियों होने का प्रमाण प्रस्तुत किया है। गौरव गोयल ने कहा कि नगर के विकास में जितना योगदान नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ल का है, उतना विधायक का पन्द्रह वर्षों के कार्यकाल में भी नहीं है। नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ल एक ईमानदार अधिकारी हैं तथा नगर के विकास के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। प्रदीप बत्रा के भ्रष्ट कार्यों में भागीदारी न होने के चलते विधायक उनसे द्वेष भावना पाले हुए हैं, जिस कारण वह लगातार उनके खिलाफ लिखित शिकायत कर रहे हैं तथा मनगढ़ंत आरोप लगाकर उन्हें नगर निगम से हटाने का भी प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि नगर की भावी विकास योजनाओं को क्रियान्वयन होने तक नगर आयुक्त को रुड़की में ही रखा जाए। उन्होंने कहा कि मेयर रहते नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने उन्हें अकारण परेशान रखा तथा अपने चाहेतों को ठेका दिलाने के लिए लगातार दबाव बनाने का प्रयास किया, जिस कारण मुझे कार्यकाल पूरा होने से पूर्व वही मेयर पद से इस्तीफा देने को विवश होना पड़ा। उन्होंने कहा कि विधायक प्रदीप बत्रा का भ्रष्टाचार नगर में किसी से छिपा नहीं है तथा वह जातिवादी राजनीति को बढ़ावा देकर नगर में भ्रष्टाचार का खुला खेल रहे हैं। गौरव गोयल ने कहा कि पूर्व में भी भ्रष्टाचारी अधिकारियों से प्रदीप बत्रा की सांठगांठ रही, जिस कारण अनेक विवादित संपत्तियों पर कब्जा करके अपने प्रतिष्ठान बनाएं, जिसकी जांच की मांग भी उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री से की है।

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